देश की सरहद पे अपनी जान देने तोड़कर हमसे वो वादा जा रहा है। देश की सरहद पे अपनी जान देने तोड़कर हमसे वो वादा जा रहा है।
सर झुका है, देश के सम्मान में, न झुका है, न झुके अपमान में, लाख गोली दाग, दो ऐ शत्रु सर झुका है, देश के सम्मान में, न झुका है, न झुके अपमान में, लाख गोली दाग, ...
क्योंकि वो जज़्बात देश के लिए इस देश की मिट्टी से जो आता है। क्योंकि वो जज़्बात देश के लिए इस देश की मिट्टी से जो आता है।
स्वाभिमान,सम्मान की ख़ातिर न्यौछावर निज प्राण किये देश के अमर सपूत थे वो बिन स्वारथ ये स्वाभिमान,सम्मान की ख़ातिर न्यौछावर निज प्राण किये देश के अमर सपूत थे वो बिन स...
माँ, मुझको बंदूक दिला दो मैं भी लड़ने जाऊँगी । माँ, मुझको बंदूक दिला दो मैं भी लड़ने जाऊँगी ।
तेरा जीवन देश के खातिर, और देश तेरा ऋणी हैं ! तेरा जीवन देश के खातिर, और देश तेरा ऋणी हैं !